अगले कुछ दिनों में देश के अनेक हिस्सों में भारी बारिश होने के आसार

25-Jun-2025 07:50 PM

तिरुअनन्तपुरम। बंगाल की खाड़ी एवं अरब सागर में बन रही अनुकूल परिस्थितियों से दक्षिण-पश्चिम मानसून की शक्ति, सघनता एवं गतिशीलता में अच्छी बढ़ोत्तरी होने के आसार है जिससे अगले कुछ दिनों के दौरान देश के विभिन्न भागों / राज्यों में भारी बारिश हो सकती है। इसमें पूर्वी भारत, मध्यवर्ती क्षेत्र और पश्चिमोत्तर राज्य शामिल है।

इस अवधि के दौरान उड़ीसा, झारखंड, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान और पंजाब में सामान्य से भारी वर्षा हो सकती है। आमतौर पर मानसून 8 जुलाई तक समूचे देश को कवर करता है लेकिन इस वर्ष यह सभी क्षेत्रों में नियत समय से पहले पहुंच रहा है। 

ऐसे माहौल में अगर देश के पश्चिमोत्तर राज्यों में कोई पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होता तो वह मानसून की तीव्रता को और भी बढ़ा सकता था क्योंकि मानसून के साथ इसका पूरा समन्वय हो जाता और मानसून को आगे बढ़ने का अवसर मिल सकता था।

लेकिन कम से कम जून के अंत तक किसी पश्चिमी विक्षोभ के आने की संभावना नहीं है। ईरान, अफगानिस्तान एवं पाकिस्तान में इसका कोई संकेत नहीं मिल रहा है इसलिए हिंदुस्तान में इसके आने का सवाल ही नहीं उठता है।

लेकिन मानसून अपनी नियमित चाल से गतिशील रहेगा। बीच-बीच में इसकी गति कुछ धीमी रहेगी या फिर यह कहीं ठहर सकता है लेकिन ठहराव का समय लम्बा नहीं होगा और इसलिए कई क्षेत्रों में बारिश का दौर जारी रह सकता है।

वैसे भी जुलाई का महीना अब ज्यादा दूर नहीं है जिसे सर्वाधिक वर्षा वाला महीना माना जाता है। राष्ट्रीय स्तर पर सामान्य औसत की तुलना में 24 जून तक 2 प्रतिशत अधिक बारिश हो चुकी थी 15 जून तक 31 प्रतिशत एवं 23 जून तक 1 प्रतिशत कम वर्षा हुई थी। 23-24 जून को पश्चिम बंगाल की पहाड़ियों, सिक्किम, पूर्वी गुजरात, कोंकण एवं गोवा में अच्छी बरसात हुई।

इसके अलावा अरुणाचल, आसाम, मेघालय, बिहार, उत्तराखंड, दिल्ली, हरियाणा, चंडीगढ़, पंजाब, पूर्वी राजस्थान, पश्चिमी मध्य प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र और तटीय कर्नाटक में अत्यन्त मूसलाधार वर्षा दर्ज की गई।

उड़ीसा, पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, तेलंगाना तथा उत्तरी एवं दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक जैसे अभावग्रस्त इलाकों में भी वर्षा होने से किसानों को राहत मिली।