अगले सीजन में चीनी के उत्पादन में बढोत्तरी की उम्मीद

08-Aug-2025 08:44 PM

नई दिल्ली। प्राइवेट चीनी मिलों की शीर्ष संस्था- इंडियन शुगर एंड बायो एनर्जी मैन्युफैक्चर्स एसोसिएशन (इस्मा) के आंकड़ों पर विश्वास किया जाए तो राष्ट्रीय स्तर पर गन्ना का उत्पादन क्षेत्र गत वर्ष के 57.11 लाख हेक्टेयर से 13 हजार हेक्टेयर सुधरकर इस बार 57.201 लाख हेक्टेयर पर पहुचा है। दूसरी ओर केन्द्रीय कृषि मंत्रालय ने गन्ना का बिजाई क्षेत्र 55.70 लाख हेक्टेयर से 1.60 लाख हेक्टेयर उछलकर इस बार 57.30 लाख हेक्टेयर पर पहुंचने का अनुमान लगाया है। 

आमतौर पर इस्मा के आंकड़े को विश्वसनीय माना जाता है क्योंकि यह उपग्रह से प्राप्त चित्र के विश्लेषण पर आधारित होता है और ज्यादा सटीक रहता है।

इस्मा के आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2024 की तुलना में 2025 के दौरान गन्ना का क्षेत्रफल उत्तर प्रदेश में 23.30 लाख हेक्टेयर से घटकर 22.57 लाख हेक्टेयर, तमिलनाडु में 2.07 लाख हेक्टेयर से फिसलकर 2.05 लाख हेक्टेयर तथा गुजरात में 2.31 लाख हेक्टेयर से उछलकर 14.93 लाख हेक्टेयर तथा कर्नाटक में 6.40 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 6.76 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया। 

देश के अन्य महत्वपूर्ण चीनी उत्पादक राज्यों- बिहार, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश एवं तेलंगाना आदि में गन्ना का बिजाई क्षेत्र गत वर्ष के 9.21 लाख हेक्टेयर से घटकर इस बार 8.71 लाख हेक्टेयर रहा गया। 

हालांकि कुल मिलाकर गन्ना के बिजाई क्षेत्र में महज 13 हजार हेक्टेयर का इजाफा हुआ है लेकिन फिर भी चीनी के उत्पादन में भारी बढ़ोत्तरी का अनुमान लगाया जा रहा है

क्योंकि मानसून की अच्छी वर्षा होने तथा मौसम अनुकूल रहने से इस बार गन्ना की औसत उपज दर तथा गन्ना से चीनी की औसत रिकवरी दर बढ़ने के आसार हैं। इस बार उत्तर प्रदेश में यदि चीनी का उत्पादन घटता है तो महाराष्ट्र उसकी भरपाई आसानी से कर देगा।