इंडोनेशिया बी 40 बायोडीजल का लक्ष्य साबित करने की दिशा में अग्रसर
21-Jul-2025 05:42 PM

जकार्ता। दुनिया में पाम तेल के सबसे प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक देश- इंडोनेशिया में बायोडीजल के निर्माण में 40 प्रतिशत पाम तेल के अनिवार्य उपयोग का नियम लागू है जिसे बी 40 प्रोग्राम कहा जाता है। वह इस प्रोग्राम के तहत नियत लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में तेजी से अग्रसर भी है।
प्राप्त सूचना के अनुसार इस बी 40 प्रोग्राम के तहत वर्ष 2025 के लिए कुल 156.20 लाख किलो लीटर पाम तेल का आवंटन किया गया है जिसमें से लगभग 74.20 लाख कि०ली० या 48 प्रतिशत की खपत पहले ही हो चुकी है।
इसे देखते हुए इंडोनेशिया की सरकार अब बी 50 ब्लेंडिंग प्रोग्राम लागू करने पर विचार कर रही है जिसका मतलब यह हुआ कि बायोडीजल के निर्माण में पाम तेल का उपयोग बढ़ाकर 50 प्रतिशत निर्धारित किया जाएगा। वैसे फिलहाल इसका कोई निर्णय नहीं लिया गया है।
वर्ष 2025 की पहली छमाही के दौरान इंडोनेशिया में रियायती मूल्य वाले 35 लाख किलो लीटर बायो डीजल की खपत हुई। आरंभिक संकेतों से पता चलता है कि इंडोनेशिया वर्ष 2025 में बी 40 मिश्रण लक्ष्य को हासिल कर लेगा जिससे पाम तेल की घरेलू खपत में 20 लाख टन की वृद्धि हो जाएगी
और मिलर्स पर भार घट जाएगा। निर्यात उद्देश्य के लिए पाम तेल के अधिशेष स्टॉक में कमी आने से कीमतों पर कुछ हद तक सकारात्मक असर पड़ सकता है।
यदि बी 50 ब्लेंडिंग प्रोग्राम लागू किया गया तो इंडोनेशिया में बायोडीजल के निर्माण में पाम तेल की खपत बढ़कर 190 कि०ली० तक पहुंच सकती है जिससे वहां पाम तेल की घरेलू खपत में 30 लाख टन का अतिरिक्त इजाफा हो जाएगा जो 2024 के कुल उत्पादन का 6.2 प्रतिशत है।
इससे अमरीका में टैरिफ की बढ़ी दर को प्रभावहीन करने में सहायता मिलेगा। उल्लेखनीय है कि अमरीका ने 1 अगस्त 2025 से इंडोनेशिया के उत्पादों पर 19 प्रतिशत तथा मलेशिया के उत्पादों पर 25 प्रतिशत की दर से आयात शुल्क लगाने की घोषणा की है जिसमें पाम तेल भी शामिल है।
मलेशिया ने अगस्त 2025 के लिए क्रूड पाम तेल (सीपीओ) का आधार मूल्य 3864 रिंगिट प्रति टन निर्धारित किया है और इसके आधार पर निर्यात शुल्क को जुलाई के 8.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 9 प्रतिशत नियत कर दिया है।