इसरो द्वारा 1227 लाख टन से अधिक गेहूं के रिकॉर्ड घरेलू उत्पादन का अनुमान

21-Apr-2025 03:08 PM

बंगलोर। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने पृथ्वी का चक्कर लगा रहे अपने विभिन्न उपग्रहों से प्राप्त चित्रों का आंकलन- विश्लेषण करने के बाद चालू रबी मार्केटिंग सीजन के दौरान राष्ट्रीय स्तर पर गेहूं का सकल उत्पादन तेजी से उछलकर 1227.24 लाख टन के सर्वकालीन सर्वोच्च स्तर पर पहुंच जाने की संभावना व्यक्त की है जो केन्द्रीय कृषि मंत्रालय के दूसरे अग्रिम अनुमान में आंके गए उत्पादन 1154.30 लाख टन के रिकॉर्ड स्तर से भी बहुत ज्यादा है।

ध्यान देने की बात है कि इसरो का उत्पादन अनुमान 31 मार्च 2025 तक की स्थिति और देश के आठ शीर्ष उत्पादक राज्यों के लिए है।

इसमें उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, बिहार, गुजरात एवं महाराष्ट्र शामिल है। केन्द्रीय कृषि मंत्रालय ने 10 मार्च 2025 को अपना दूसरा अग्रिम उत्पादन अनुमान जारी किया था।

इस उत्पादन आंकड़े तक पहुंचने के लिए इसरो द्वारा ऑप्टिकल एंड सिंथेटिक एयरचर रडार (एसएआर) रिमोट सेंसिंग द्वारा सेट्स का इस्तेमाल किया गया जो ईओएस- 04, ईओएस-06 तक रिसोर्ससैट- 2 ए जैसे उपग्रहों से अक्टूबर 2024 से मार्च 2025 तक रबी सीजन के लिए प्राप्त किया गया था।

इस अंतरिक्ष एजेंसी (इसरो) का कहना है कि उसने 2024-25 के रबी सीजन के दौरान उपरोक्त आठों राज्यों में गेहूं की बिजाई में होने वाली प्रगति की गहन मॉनिटरिंग की थी और उपग्रह से 31 मार्च - 2025 तक प्राप्त चिंत्रों के आधार पर इसका कुल क्षेत्रफल 330.80 लाख हेक्टेयर सामने आया।

उधर केन्द्रीय कृषि मंत्रालय ने 4 फरवरी 2025 तक गेहूं का बिजाई क्षेत्र बढ़कर 324.38 लाख हेक्टेयर पर पहुंचने का अनुमान लगाया था।

ध्यान देने की बात है कि उपरोक्त आठ राज्यों के अलावा जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली एवं चंडीगढ़ (केन्द्र शासित प्रदेश) में भी गेहूं की खेती होती है। 

राष्ट्रीय स्तर पर गेहूं उत्पादन के प्रायोगिक आंकलन के संदर्भ में इसरो द्वारा इसकी बिजाई के क्षेत्रफल, बिजाई की तिथि, फसल की हालत तथा मौसमी कारकों के प्रभाव आदि की जानकारी विस्तार से प्रदान की जाती है।

कुछ त्रुटियों की संभावना के साथ इसरो ने चालू वर्ष के दौरान गेहूं का कुल उत्पादन 1222.40 लाख टन होने का अनुमान लगाया है।