पूर्वी क्षेत्रों के बांधों में जलस्तर में सुधार
02-Aug-2025 12:00 PM

नई दिल्ली। हालांकि देश के पूर्वी एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र में दक्षिण-पश्चिम मानसून की बारिश अपेक्षाकृत कम हुई है लेकिन फिर भी बांधों-जलाशयों में पानी का स्तर कुछ ऊंचा हुआ है।
इस संभाग के 27 प्रमुख बांधों में पानी का स्टॉक सुधरकर 11.297 बिलियन क्यूबिक मीटर (बीसीएम) पर पहुंच गया है जो उसकी भंडारण क्षमता का 52 प्रतिशत है।
वहां मिजोरम के जलाशय में पूरी क्षमता के समतुल्य पानी का भंडार मौजूद है जबकि त्रिपुरा में यह 87 प्रतिशत से ज्यादा है। पश्चिम बंगाल एवं बिहार के बांधों में भी 60-60 प्रतिशत से अधिक पानी का भंडार उपलब्ध है जबकि सिर्फ उड़ीसा को छोड़कर अन्य सभी राज्यों में जल स्तर 50 प्रतिशत से ऊपर है।
उड़ीसा के कुछ भागों में अत्यन्त मूसलाधार बारिश के कारण स्थानीय स्तर पर बाढ़ का प्रकोप देखा जा रहा है मगर अन्य क्षेत्रों में वर्षा कम या बहुत कम हुई है। नागालैंड में भी बारिश का अभाव देखा जा रहा है। बंगाल-बिहार में जुलाई के दूसरे हाफ में अच्छी वर्षा दर्ज की गई।
उधर देश के दक्षिणी प्रायद्वीप में सिर्फ आंध्र प्रदेश एवं तेलंगाना के कुछ भागों को छोड़कर अन्य राज्यों और खासकर तमिलनाडु में काफी अच्छी बारिश हुई है। इस संभाग में 45 प्रमुख जलाशयों में पानी का स्तर बढ़कर 41.404 बीसीएम पर पहुंच गया है जो उसकी कुल भंडारण क्षमता 54.939 बीसीएम का करीब 75 प्रतिशत है।
तमिलनाडु के कुछ जलाशय अपनी पूरी क्षमता के समतुल्य पानी से लबालब भरे हुए हैं जबकि कर्नाटक एवं आंध्र प्रदेश में जल स्तर 76 प्रतिशत से ऊपर और केरल में 72 प्रतिशत पर पहुंचा है।
सिर्फ तेलंगाना के जलाशयों में पानी का स्टॉक 49 प्रतिशत है। हाल के दिनों में देश के सभी भागों में अच्छी वर्षा हुई है। 1 जून से 31 जुलाई के बीच राष्ट्रीय स्तर पर मानसून की बारिश सामान्य औसत स्तर के सापेक्ष 106 प्रतिशत दर्ज की गई। अगस्त-सितम्बर में भी अच्छी वर्षा होने की उम्मीद है।