बड़ी इलायची में अधिक तेजी के अनुमान नहीं
20-Jun-2025 07:04 PM

नई दिल्ली। जानकार सूत्रों का कहना है कि प्रतिकूल मौसम के चलते विगत दो वर्षों से देश में ही नहीं अपितू नेपाल में भी बड़ी इलायची की पैदावार घट रही है। उल्लेखनीय है कि गत सीजन में बड़ी इलायची की पैदावार 50/60 प्रतिशत ही रहने के अनुमान लगाए जा रहे थे जबकि अगस्त-सितम्बर माह में शुरू होने वाली फसल इस वर्ष 70/75 प्रतिशत आने की संभावना है। हालांकि गत दिनों उत्पादक राज्यों में हुई बारिश से फसल को छिटपुट नुकसान हुआ है। जोकि प्रत्येक वर्ष होता है। सूत्रों का मानना है कि अगर आगामी दिनों में मौसम फसल के अनुकूल रहता है तो इस वर्ष पैदावार गत वर्ष की तुलना में 15/20 प्रतिशत अधिक रहेगी। बड़ी इलायची का उत्पादन सिक्किम, पश्चिम बंगाल, अरुणाचल प्रदेश में मुख्यत: रुप से होता है।
उत्पादन अनुमान में मतभेद
एक ओर व्यापारिक वर्ग गत दो वर्षों से देश में बड़ी इलायची की पैदावार में गिरावट मान रहे हैं वहीं दूसरी तरफ मसाला बोर्ड द्वारा जारी आंकड़े पैदावार अधिक दर्शा रहे हैं। मसाला बोर्ड द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2022-23 में बड़ी इलायची की पैदावार 9074 टन की रही थी जोकि वर्ष 2023-24 में बढ़कर 9288 की हो गई है। जबकि वर्ष 2024-25 (अप्रैल-मार्च) के दौरान पैदावार के आंकड़े 9552 टन के दर्शाए गए हैं।
मन्दा-तेजी
हाजिर में कमजोर स्टॉक एवं नेपाल से भी आयात कम होने के बावजूद बड़ी इलायची के दामों में चालू माह के दौरान 40/50 रुपए प्रति किलो की गिरावट दर्ज की गई है। वर्तमान भावों पर भी लिवाल नहीं है। सूत्रों का मानना है कि अगर मौसम फसल के अनुकूल रहता है तो कीमतों में अधिक तेजी संभव नहीं है। नई फसल आने तक भाव 20/30 रुपए मंदा तेजी के बीच ही चलते रहेंगे। अगर आगामी दिनों में बारिश से फसल को नुकसान होता है तो कीमतों में अधिक तेजी आ सकती है। वर्तमान में दिल्ली बाजार में बड़ी इलायची के भाव 1500/1530 रुपए प्रति किलो बोले जा रहे हैं।
आयात कम
विगत दो वर्षों से बड़ी इलायची के आयात में गिरावट दर्ज की गई है। क्योंकि नेपाल में पैदावार कम रहने के कारण भाव ऊंचे होने के कारण आयात प्रभावित हुआ है। मसाला बोर्ड द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2022-23 में बड़ी इलायची का आयात 9403 टन का हुआ था और आयातित माल पर 48840 लाख रुपए की आय खर्च की थी। जबकि वर्ष 2023-24 के दौरान 6534 टन का रहा और 51818 लाख रुपए खर्च किए गए। वर्ष 2024-25 में आयात घटकर 4957 टन का रह गया जबकि आयातित माल पर खर्च बढ़कर 57892 लाख रुपए का हो गया।
निर्यात
वर्ष 2024-25 (अप्रैल-मार्च) के दौरान एक और मात्रात्मक रूप में 7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई वहीं दूसरी तरफ आय में शानदार 55 प्रतिशत का इजाफा दर्ज किया गया। मसाला बोर्ड द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2023-24 में बड़ी इलायची का निर्यात 1280.82 टन का किया गया था और निर्यात से प्राप्त आय 14815 लाख रुपए की रही। जबकि वर्ष 2024-25 में निर्यात 1368.34 लाख टन का हुआ और निर्यात से प्राप्त आय 22944 लाख रुपए की हुई।