चीनी का उत्पादन बढ़ने की उम्मीद मगर निर्यात पर सस्पेंस बरकरार

17-Oct-2025 07:34 PM

नई दिल्ली। हालांकि केन्द्रीय खाद्य मंत्रालय ने 2025-26 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन के दौरान एथनॉल निर्माण में संभावित डायवर्जन के बाद 300 लाख टन चीनी के शुद्ध उत्पादन का अनुमान लगाया है लेकिन इसके निर्यात की अनुमति देने पर संदेह बरकरार है। वैसे खाद्य मंत्रालय ने चीनी का सकल उत्पादन 340 लाख टन होने की संभावना व्यक्त की है जिसमें से 40 लाख टन का उपयोग एथनॉल निर्माण में होने की उम्मीद है।

उधर शीर्ष उद्योग संस्था- इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) द्वारा 349 लाख टन चीनी के उत्पादन का आरम्भिक अनुमान लगाया है। 2024-25 के मार्केटिंग सीजन में करीब 264 लाख टन चीनी का शुद्ध उत्पादन आंका गया जो 2023-24 सीजन के उत्पादन 319 लाख टन से काफी कम था।  

खाद्य मंत्रालय चीनी के निर्यात की अनुमति देने के मामले में काफी सावधानी बरत रहा है। चीनी का उत्पादन उम्मीद से कम होने की संभावना है जबकि एथनॉल उत्पादन में इसका उपयोग बढ़ सकता है।

खाद्य मंत्रालय अगले सीजन के उत्पादन के प्रति आशंकित है। इस बार चीनी मिलों में गन्ना की क्रशिंग देर से शुरू होने की संभावना है जबकि महाराष्ट्र में भारी वर्षा खेतों में जल जमाव एवं विनाशकारी बाढ़ से गन्ना की औसत उपज दर तथा गन्ना से चीनी की औसत रिकवरी दर प्रभावित होने की आशंका है। 

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार खाद्य मंत्रालय सम्पूर्ण स्थिति पर गहरी नजर रखे हुए है और जल्दबाजी में कोई निर्णय नहीं लेना चाहता है। अक्टूबर-दिसम्बर तिमाही के दौरान होने वाले उत्पादन पर विशेष ध्यान रखा जाएगा।

क्योंकि उससे आगामी महीनों के दौरान होने वाले उत्पादन पर विशेष ध्यान रखा जाएगा। क्योंकि उससे आगामी महीनों में चीनी उत्पादन का परिदृश्य काफी हद तक स्पष्ट हो सकेगा। 

1 अक्टूबर 2025 को उद्योग के पास चीनी का बकाया अधिशेष स्टॉक घटकर 49 लाख टन के आसपास सिमट गया जो 1 अक्टूबर 2024 के अधिशेष स्टॉक 79 लाख टन से 30 लाख टन कम है।

2024-25 के सीजन में कुल मिलाकर करीब 295 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था जबकि 2025-26 में उत्पादन बेहतर होने के आसार हैं। लेकिन उद्योग के पास स्टॉक बहुत कम है।