खाद्य तेलों की कीमतों में नरमी आने की संभावना
10-Jun-2025 11:21 AM

मुम्बई। केन्द्र सरकार द्वारा क्रूड श्रेणी के खाद्य तेलों- पाम तेल, सोयाबीन तेल एवं सूरजमुखी तेल पर बुनियादी आयात शुल्क को आधा घटाए जाने से आगामी समय में इसका आयात सस्ता बैठेगा और भारतीय प्रोसेसर्स आम उपभोक्ताओं को इसका फायदा पहुंचाने का प्रयास कर सकते हैं। आयात शुल्क में कटौती होने के बाद रिफाइनर्स को विदेशों से आयातित रिफाइंड खाद्य तेलों की कम चुनौती का सामना करना पड़ेगा क्योंकि इसके आयात पर सीमा शुल्क को घटाया नहीं गया है।
लेकिन घरेलू प्रभाग में खाद्य तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव काफी हद तक आपूर्तिकर्ता देश में कीमतों में तेजी-मंदी पर निर्भर करता है। फिलहाल इंडोनेशिया एवं मलेशिया में पाम तेल का भाव कुछ नरम चल रहा है जिसके असर से अर्जेन्टीना एवं ब्राजील में सोयाबीन तेल के दाम में भी काफी हद तक स्थिरता देखी जा रही है। ब्राजील में सोयाबीन फसल की कटाई-तैयारी पहले ही समाप्त हो चुकी है जबकि अर्जेन्टीना में अभी 15-20 प्रतिशत फसल की कटाई होनी बाकी है। उधर अमरीका में सोयाबीन की बिजाई अंतिम चरण में पहुंच गई है।
काला सागर क्षेत्र के देशों- रूस, यूक्रेन तथा रोमानिया में सूरजमुखी फसल की अच्छी प्रगति हो रही है और अगले कुछ सप्ताहों के बाद इसकी कटाई-तैयारी शुरू होने वाली है। यदि अप्रैल 2025 तक इसका बहुत कम आयात हुआ मगर मई में यह बढ़ गया। जून तथा जुलाई में भी क्रूड पाम तेल का आयात बढ़ने का अनुमान लगाया जा रहा है। मलेशिया में पाम तेल का स्टॉक बढ़ रहा है इसलिए वहां कीमतों पर दबाव रह सकता है। इससे इंडोनेशिया को भी दाम नीचे रखना पड़ेगा। अर्जेन्टीना और ब्राजील में सोयाबीन तेल के दाम पर भारतीय रिफाइनर्स की गहरी नजर रहेगी।