आगामी महीनों में सीपीओ का भाव सुधरने की उम्मीद
06-May-2025 03:37 PM

कुआलालम्पुर। क्रूड पाम तेल (सीपीओ) का भाव अगले वर्ष तक सुधरकर 4000 रिंगिट प्रति टन पर पहुंच जाने की संभावना है। एक अग्रणी मार्केट रिसर्च फर्म के अनुसार चालू वर्ष की पहली तिमाही में यानी जनवरी-मार्च 2025 के दौरान सीपीओ का भाव सोयाबीन तेल से काफी ऊंचा रहा जिससे इसका निर्यात प्रदर्शन कमजोर पड़ गया।
एक समय यह 4024 रिंगिट प्रति टन की ऊंचाई पर पहुंचा था लेकिन उसके बाद से इसमें गिरावट आने लगी। इसके साथ ही सोयाबीन तेल के सपेक्ष सीपीओ का प्रीमियम भी गायब होने लगा।
अमरीका सहित कई अन्य देशों में बायो डीजल की मांग कुछ कमजोर पड़ गई है लेकिन खरीदार स्टॉक बढ़ाने के लिए इसकी खरीद में सक्रियता दिखा रहे हैं।
रिसर्च फर्म के मुताबिक वर्ष 2025 में भी आपूर्ति एवं उपलब्धता की स्थिति जटिल रहने की संभावना है और वर्ष 2024 की तुलना में चालू वर्ष के दौरान पाम तेल के बकाया स्टॉक में भारी गिरावट आ सकती है।
इसके परिणामस्वरूप कीमतों में मजबूती बरकरार रहने की उम्मीद है। सीपीओ का बेंचमार्क वायदा मूल्य बढ़कर 4000-4500 रिंगिट प्रति टन के बीच पहुंच सकता है।
रिसर्च फर्म के अनुसार सीपीओ का औसत मूल्य वर्ष 2025 में 4200 रिंगिट प्रति टन तथा वर्ष 2026 में 4000 रिंगिट प्रति टन रहने का अनुमान है।
बागान उद्योग को नियमित रूप से बेहतर आमदनी प्राप्त होने के आसार हैं। खाद्य उद्देश्य में पाम तेल की खपत 70 प्रतिशत तथा बायोडीजल के निर्माण में 23 प्रतिशत पर पहुंच सकती है। जबकि शेष 7 प्रतिशत का उपयोग अन्य उद्देश्य में हो सकता है। इसके फलस्वरूप पाम तेल की मांग प्राय: मजबूत बनी रहेगी और इसका
बाजार भाव ऊंचा रहेगा। सबसे प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक देश- इंडोनेशिया में घरेलू प्रभाग में सीपीओ का इस्तेमाल बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है।
इसके तहत रिफाइनिंग उद्योग को ज्यादा प्रोत्साहन दिया जा रहा है जबकि बायो डीजल के पाम तेल के उपयोग का स्तर भी काफी बढ़ा दिया गया है। इंडोनेशिया से क्रूड पाम तेल के मुकाबले रिफाइंड पाम तेल / पामोलीन का निर्यात बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है।