भारतीय बंदरगाहों पर खाद्य तेलों के स्टॉक में बढ़ोत्तरी

23-Jun-2025 10:48 AM

मुम्बई। मई माह के दौरान विदेशों से खासकर पाम तेल के आयात में अच्छी बढ़ोत्तरी होने तथा चालू माह (जून) में भी इसका सिलसिला जारी रहने से भारतीय बंदरगाहों पर खाद्य तेलों के कुल स्टॉक में इजाफा हो गया।

उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार बंदरगाहों पर 31 मई 2025 को कुल 6,83,312 टन खाद्य तेलों का स्टॉक मौजूद था जो 15 जून 2025 को 12 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 7,65,647 टन पर पहुंच गया।

गुजरात के कांडला बंदरगाहों पर आयातित खाद्य तेलों से लदे कई जहाज क्लीयरेंस की प्रतीक्षा में खड़े हैं जबकि कई अन्य जहाज शीघ्र ही वहां पहुंचने वाले हैं। 

समीक्षाधीन अवधि के दौरान भारतीय बंदरगाहों पर क्रूड पाम तेल (सीपीओ) का स्टॉक 1,61,535 टन से 46 प्रतिशत उछलकर 2,35,675 टन, आरबीडी पामोलीन का स्टॉक 67,316 टन से 36 प्रतिशत बढ़कर 91,424 टन तथा क्रूड सूरजमुखी तेल का स्टॉक 2,22,167 टन से 14 प्रतिशत सुधरकर 2,53,859 टन पर पहुंच गया

लेकिन क्रूड डिगम्ड सोयाबीन तेल का स्टॉक 19 प्रतिशत घटकर 15 जून को 1,77,362 टन पर अटक गया जो 31 मई को 2,20,050 टन रहा था। इसके अलावा अन्य खाद्य तेलों का स्टॉक 3973 टन से 84 प्रतिशत बढ़कर 7327 टन पर पहुंचा।

हालांकि मलेशिया- इंडोनेशिया में पाम तेल एवं अमरीका अर्जेन्टीना में सोयाबीन तेल का भाव अब तेज होने लगा है जिससे आगामी महीनों में खाद्य तेलों का आयात आंशिक रूप से प्रभावित होने की आशंका है लेकिन जून में आयात की स्थिति बेहतर रहने के स्पष्ट ससंकेत मिल रहे हैं।

इससे चालू माह के अंत में यानी 30 जून 2025 को बन्दरगाहों पर स्टॉक और भी बढ़ने की उम्मीद है। विदेशों से आने वाले खाद्य तेलों की खेपों को बंदरगाहों पर क्लीयरेंस मिलने की गति धीमी है और जहाजों को 8-10 दिन तक का इंतजार करना पड़ रहा है। इससे घरेलू बाजार में खाद्य तेलों की आपूर्ति एवं उपलब्धता की स्थिति जटिल हो सकती है।

समझा जाता है कि आपूर्तिकर्ता देशों में दाम बढ़ने से कुछ भारतीय आयातकों द्वारा जुलाई-सितम्बर की डिलीवरी के लिए कुछ पुराने सौदों को कैंसिल कर दिया गया है। मलेशिया में क्रूड पाम तेल का वायदा भाव एक बार फिर सुधरकर 4000 रिंगिट प्रति टन से ऊपर पहुंच गया।