चीनी की कीमतों में ज्यादा तेजी की गुंजाइश नहीं

23-Jun-2025 08:31 PM

मुम्बई। चीनी की खपत के लिए घरेलू बाजार में परिस्थितियां अभी पूरी तरह अनुकूल नहीं है। लग्नसरा एवं मांगलिक उत्सवों का सीजन बंद हो गया है और अगस्त से पहले कोई बड़ा पर्व-त्यौहार नहीं है।

दक्षिण-पश्चिम मानसून की बारिश शुरू हो जाने से गर्मी की तपिश घटने लगी है जिससे औद्योगिक मांग भी अपेक्षाकृत कमजोर है। चीनी का निर्यात प्रदर्शन भी संतोषजनक नहीं है।

उद्योग के पास अभी चीनी का अच्छा स्टॉक है और घरेलू बाजार में बिक्री के लिए इसका मासिक कोटा भी सामान्य स्तर पर जारी हो रहा है। मांग एवं आपूर्ति के बीच लगभग संतुलन की स्थिति होने से चीनी के दाम में सामान्य उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है।

अगले सप्ताह तक इसकी कीमतों में भारी तेजी आने की संभावना नहीं दिख रही है। इस बीच जुलाई माह के लिए भी चीनी का फ्री सेल कोटा घोषित हो जाएगा। सबकी नजर उस पर केन्द्रित है। 

अगले महीने से दक्षिणी कर्नाटक एवं तमिलनाडु की चीनी मिलों में गन्ना क्रशिंग का विशेष सत्र आयोजित किया जाएगा जो कमोबेश सितम्बर तक जारी रहेगा

और फिर अक्टूबर से पूरे देश में गन्ना की क्रशिंग एवं चीनी के उत्पादन का नया मार्केटिंग सीजन (2025-26) औपचारिक तौर पर आरंभ हो जाएगा।

जुलाई-अगस्त के दौरान मानसून की अच्छी बारिश होने पर गन्ना एवं चीनी के उत्पादन में अगले सीजन के दौरान बढ़ोत्तरी हो सकती है जिससे इसकी आपूर्ति एवं उपलब्धता की स्थिति सुगम हो जाएगी।

चालू मार्केटिंग सीजन के अंत में यानी 30 सितम्बर 2025 को उद्योग के पास लगभग 45-50 लाख टन चीनी का बकाया अधिशेष स्टॉक बचेगा जो अक्टूबर-नवम्बर के पीक त्यौहारी सीजन में घरेलू मांग को पूरा करने में सक्षम हो सकता है।

इस बार मिलों द्वारा गन्ना की क्रशिंग अपेक्षाकृत जल्दी आरंभ की जा सकती है।