मानसून की अच्छी वर्षा से बांधों में जलस्तर बढ़ा

27-Jun-2025 05:22 PM

नई दिल्ली। 16 जून से दक्षिण-पश्चिम मानसून के दोबारा सक्रिय होने से देश के अनेक भागों में जोरदार बारिश हो रही है जिससे बांधो-जलाशयों में पानी का स्तर बढ़ गया है।

केन्द्रीय जल आयोग की साप्ताहिक बुलेटिन के अनुसार देश के 161 प्रमुख बांधों-जलाशयों में पानी का स्टॉक बढ़कर 66.449 बिलियन क्यूबिक मीटर (बीसीएम) पर पहुंच गया है

जो कुल भंडारण क्षमता 182.444 बीसीएम का 36.42 प्रतिशत है। गत सप्ताह इन जलाशयों में 31.81 प्रतिशत पानी का भंडार मौजूद था। पानी का यह स्टॉक गत वर्ष की तुलना में 75 प्रतिशत एवं 10 वर्षीय औसत के मुकाबले 53 प्रतिशत अधिक है।

मौसम विभाग के मुताबिक राष्ट्रीय स्तर पर सामान्य औसत के मुकाबले मानसून की वर्षा 15 जून तक 31 प्रतिशत पीछे थी जो अब 9 प्रतिशत आगे (अधिशेष) हो गयी है। पिछले कुछ दिनों के दौरान देश के विभिन्न भागों में मूसलाधार बारिश हुई है जिससे बांधों में जलस्तर बढ़ गया। लेकिन कुछ क्षेत्रों में अब भी वर्षा का अभाव देखा जा रहा है जिसमें बिहार,

पूर्वी उत्तर प्रदेश, झारखण्ड, छत्तीसगढ़, मराठवाडा, विदर्भ, तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना एवं दिल्ली-एनसीआर आदि शामिल हैं। मानसून की बारिश का समान वितरण नहीं होने से यह विसंगति उत्पन्न हुई है। आगे इन इलाकों में अच्छी वर्षा हो सकती है। 

जून के दूसरे पखवाड़े के दौरान भारी बारिश होने से लगभग सभी क्षेत्रों के जलाशयों में पानी का स्तर   बढ़ने की सूचना मिल रही है। जल भंडारण की दृष्टि से देश को पांच उपखंडों में बांटा गया है।

गोवा के एक मात्र जलाशय में पानी लबालब या पूरी तरह भरा हुआ है। इसी तरह उड़ीसा के सपुआ तथा गुजरात के शत्रुंजी बांध में पूरा पानी मौजूद है। इससे खरीफ फसलों की बिजाई में सहायता मिलेगी। 

केन्द्रीय कृषि मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार चालू वर्ष के दौरान 20 जून तक खरीफ फसलों का कुल उत्पादन क्षेत्र बढ़कर 137.84 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया जो पिछले साल की समान अवधि के बिजाई क्षेत्र 124.88 लाख हेक्टेयर से करीब 13 लाख हेक्टेयर या 10 प्रतिशत ज्यादा है। अब भी देश के कई क्षेत्रों में भारी बारिश हो रही है जबकि आगे जुलाई-अगस्त का सर्वाधिक वर्षा वाला महीना आने वाला है।