पूर्वी राज्यों में चावल का भाव मजबूत रहने की संभावना

27-Aug-2025 09:26 PM

कोलकाता। बांग्ला देश में निर्यात आरंभ होने के बाद पश्चिम बंगाल सहित पूर्वी भारत के अन्य प्रांतों से चावल का भाव मजबूत होने लगा है। बांग्ला देश सरकार ने प्राइवेट व्यापारियों को करीब 5 लाख टन चावल के शुल्क मुक्त आयात की अनुमति 13 अगस्त को ही प्रदान कर दी थी और इसके बाद ही वहां भारतीय चावल की खेप पहुंचने लगी।

भारत सरकार ने 15 अप्रैल को सड़क सीमा मार्ग से बांग्ला देश के साथ आयात निर्यात पर रोक लगा दी थी मगर 12 अगस्त को इसे समाप्त कर दिया। बांग्ला देश की सरकार इसका बेसब्री से इंतजार कर रही थी। 

दरअसल बांग्ला देश के घरेलू प्रभाग में चावल की आपूर्ति एवं उपलब्धता की स्थिति जटिल होने से कीमतों में तेजी आने लगी जिसे नियंत्रित करने के उद्देश्य से सरकार को इसके शुल्क मुक्त आयात की अनुमति देनी पड़ी।

स्वीकृति मिलने के साथ ही  बांग्ला देशी व्यापारियों ने भारत से चावल खरीदना शुरू कर दिया जिससे घरेलू बाजार में इसका भाव 10-15 प्रतिशत बढ़ गया।

प्राप्त सूचना के अनुसार बांग्ला देश की सरकार ने प्राइवेट व्यापारियों को 4.60 लाख टन सेला चावल तथा 39 हजार टन कच्चा (सफेद) चावल के शुल्क मुक्त आयात की मंजूरी दी है। इसके अलावा स्वयं सरकारी स्तर पर भी चावल मंगाने का प्रयास किया जा रहा है। 

दिलचस्प तथ्य यह है कि भारतीय व्यापारियों को पहले ही बांग्ला देश सरकार के इस प्लान की जानकारी मिल गई थी जिसके  तहत के आयात पर लगे 20 प्रतिशत के सीमा शुल्क के अस्थायी रूप से स्थगित करने की बात नहीं की गई थी।

इस पूर्व सूचना के कारण भारत के निर्यातकों ने मार्केट से चावल खरीद कर उसे पेट्रापोल-बीनापोल लैंड बॉर्डर के पास मौजूद वेयर हाउसों में भंडारित कर दिया था। अब उसे बांग्ला देश भेजा जा रहा है।