तमिलनाडु की चीनी मिल के खिलाफ गन्ना उत्पादकों का आंदोलन जारी

27-Aug-2025 08:48 PM

तंजावुर। तमिलनाडु के तिरूमंडन गुडी में अवस्थित एक चीनी मिल वर्ष 2019 से ही बंद पड़ी है क्योंकि उसके तत्कालीन प्रबंधन ने किसानों के नाम से सैकड़ों करोड़ रुपए का ऋण लिया था और उसका भुगतान नहीं किया।

प्रबंधन ने डिफॉल्टर होना स्वीकार किया जबकि जिन गन्ना उत्पादकों के नाम से कर्ज लिया था उन्होंने अनिश्चित कालीन आंदोलन शुरू कर दिया। यह आंदोलन 25 अगस्त को 1000 वें दिन में प्रवेश कर गया। किसान इस चीनी मिल के तत्कालीन प्रबंधन के साथ-साथ उन सभी लोगों के खिलाफ खास कार्रवाई की मांग कर रहे हैं जिन्होंने वर्ष 2019 में मिल के बंद होने से पूर्व उसके नाम पर करोड़ों  रुपए का कर्ज लिया था। 

उस समय से ही गन्ना किसान इस प्राइवेट चीनी के सामने धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। गत 25 अगस्त को किसानों के एक ग्रुप ने कुंभकोणम कोर्ट के परिसर में विरोध प्रदर्शन का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने किसानों को ऐसा करने से रोक दिया क्योंकि प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी गई थी। बाद में 12 किसानों को पकड़कर एक मैरिज हॉल में बंद कर दिया गया।

उधर एक अन्य किसान समूह ने कोर्ट परिसर के निकट भक्तपुरी ट्रैफिक क्षेत्र में धरना-प्रदर्शन  किया। किसानों की मांग थी कि उसके नाम पर चीनी मिल प्रबंधन द्वारा जो ऋण लिया गया था उसे समाप्त किया जाए ताकि किसानों को नया कर्ज लेने में कोई कठिनाई न हो।

इस समूह ने किसानों के धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े की जांच सीबीआई से करवाने की मांग भी की। किसानों द्वारा इस सम्बन्ध में एक मामला दायर किया गया था। कृषक समूह का कहना था कि मामले का जल्दी से जल्दी निपटारा होना चाहिए क्योंकि किसानों को कर्ज लेने में असुविधा हो रही है।