साप्ताहिक समीक्षा-सोयाबीन

09-Aug-2025 04:17 PM

क्रशिंग मिलों की मजबूत मांग से सोयाबीन का भाव तेज  

नई दिल्ली। बिजाई क्षेत्र में कमी आने तथा तेल एवं डीओसी का कारोबार बेहतर होने के क्रशिंग- प्रोसेसिंग की मांग मजबूत रहने से 2-8 अगस्त वाले सप्ताह के दौरान सोयाबीन का भाव 100-200 रुपए की तेजी के साथ न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के काफी करीब पहुंच गया। 
मध्य प्रदेश 
मध्य प्रदेश एवं महाराष्ट्र में तो कहीं-कहीं सोयाबीन का प्लांट डिलीवरी भाव उछलकर 5000 रुपए प्रति क्विंटल से भी ऊपर पहुंच गया जो 4892 रुपए प्रति क्विंटल के एमएसपी से ज्यादा है। सोलापुर के एक प्लांट में दाम 5130 रुपए प्रति क्विंटल दर्ज किया गया। 
सोया तेल (रिफाइंड) 
वैसे सोयाबीन के दाम में आई तेजी के अनुरूप सोया रिफाइंड तेल की कीमतों में तेजी नहीं आ सकी और यह सीमित वृद्धि के साथ लगभग स्थिर बनी रही। 
प्लांट 
अधिकांश प्लांटों में रिफाइंड सोया तेल के मूल्य में 5-10 रुपए प्रति 10 किलो तक की ही वृद्धि हो सकी जबकि शेष प्लांटों में भाव स्थिर रहे। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में डिगम्ड सोया तेल का भाव कुछ नरम पड़ गया। भारतीय बंदरगाह पर अगस्त डिलीवरी के लिए इसका आयात मूल्य 4 गिरकर 1185 डॉलर प्रति टन रह गया। इससे प्लांटों को कीमत बढ़ाने का ज्यादा अवसर नहीं मिल सका। 
सोया खल (डीओसी) 
लेकिन सोया डीओसी में घरेलू एवं निर्यात बाजार के लिए अच्छा कारोबार हुआ जिससे इसकी कीमतों में 2500 रुपए प्रति टन तक की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। महाराष्ट्र के नंदूरबार की एक इकाई में सोया डीओसी का दाम 2500 रुपए की वृद्धि के साथ 39500 रुपए प्रति टन पर पहुंच गया। 
बिजाई क्षेत्र 
बिजाई सीजन के बिल्कुल अंत में आकर सोयाबीन का मंडी भाव तेजी से उछला है इसलिए क्षेत्रफल पर इसका सीमित प्रभाव पड़ने की संभावना है। खरीफ सीजन के इस सबसे महत्वपूर्ण तिलहन का उत्पादन क्षेत्र गत वर्ष के 123.50 लाख हेक्टेयर से 5 लाख हेक्टेयर घटकर इस बार 118.50 लाख हेक्टेयर रह गया है जो सामान्य औसत क्षेत्रफल 127.20 लाख हेक्टेयर से भी बहुत पीछे है। सोयाबीन की बिजाई का सीजन समाप्ति की ओर बढ़ रहा है। अक्टूबर से इसके नए माल की जोरदार आवक शुरू हो जाएगी।