उपयोग की तुलना में सोयाबीन का वैश्विक उत्पादन 10 लाख टन कम होने की संभावना
28-Jun-2025 01:11 PM

लंदन। हालांकि सोयाबीन के वैश्विक उत्पादन में अच्छी वृद्धि होने की उम्मीद है मगर इसकी खपत इससे भी ज्यादा बढ़ने का अनुमान है। इंटरनेशनल ग्रेन्स कौंसिल (आईजीसी) ने अपनी नई मासिक रिपोर्ट में 2025-26 सीजन के दौरान सोयाबीन का वैश्विक उत्पादन उछलकर 42.80 करोड़ टन के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने का अनुमान लगाया है
जो 2024-25 सीजन के अनुमानित उत्पादन 42.30 करोड़ टन से 50 लाख टन ज्यादा है। इससे पूर्व विश्व स्तर पर 2023-24 में 39.60 करोड़ टन तथा 2022-23 के सीजन में 37.70 करोड़ टन सोयाबीन का उत्पादन हुआ था।
आईजीसी की रिपोर्ट के मुताबिक बेहतर उत्पादन के कारण सोयाबीन तथा वैश्विक व्यापार (आयात-निर्यात) भी 2024-25 सीजन के 18 करोड़ टन से 30 लाख टन बढ़कर 2025-26 के सीजन में 18.30 करोड़ टन पर पहुंचने की संभावना है जबकि इससे पूर्व 2023-24 के सीजन में 17.90 करोड़ टन तथा 2022-23 के सीजन में 17.30 करोड़ टन सोयाबीन का निर्यात हुआ था।
इस तरह 2022-23 सीजन की तुलना में 2025-26 सीजन के दौरान सोयाबीन का वैश्विक व्यापार एक करोड़ टन अधिक हो सकता है। ब्राजील, अमरीका और अर्जेन्टीना दुनिया में सोयाबीन के तीन सबसे प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक देश हैं। इसके अलावा चीन, भारत एवं उरुग्वे जैसे देशों में भी सोयाबीन का अच्छा उत्पादन होता है।
सोयाबीन की वैश्विक खपत 2024-25 के मार्केटिंग सीजन में 41.10 करोड़ टन होने की संभावना है जबकि 2025-26 के सीजन में यह उछलकर 42.90 करोड़ टन पर पहुंच जाने का अनुमान है जो इसके कुल वैश्विक उत्पादन 42.80 करोड़ टन से भी 10 लाख टन ज्यादा है।
इसके फलस्वरूप वैश्विक बकाया स्टॉक में स्वाभाविक रूप से गिरावट आ जाएगी। इससे पूर्व सोयाबीन की वैश्विक खपत 2023- 24 में 38.60 करोड़ टन तथा 2022-23 में 36.90 करोड़ टन दर्ज की गई थी।
सोयाबीन की आपूर्ति एवं उपलब्धता की स्थिति 2025-26 के मार्केटिंग सीजन में मांग एवं खपत के सापेक्ष कुछ जटिल रहने की संभावना है। अमरीका में सोयाबीन की बिजाई समाप्त हो चुकी है।
जबकि चीन और भारत में जारी है। ब्राजील में सितम्बर से तथा अर्जेन्टीना में अक्टूबर से इस महत्वपूर्ण तिलहन फसल की बिजाई आरंभ होगी।