कर्नाटक में विभिन्न खरीफ फसलों के बिजाई क्षेत्र में मिश्रित रुख
17-Jun-2025 04:40 PM

बंगलोर। दक्षिण भारत के एक महत्वपूर्ण कृषि उत्पादक राज्य- कर्नाटक में यद्यपि खरीफ फसलों का कुल उत्पादन क्षेत्र पिछले साल के 20.22 लाख हेक्टेयर से 20 हजार हेक्टेयर बढ़कर इस वर्ष 13 जून तक 20.42 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया लेकिन इसके तहत कुछ फसलों के बिजाई क्षेत्र में बढ़ोत्तरी हुई तो कुछ अन्य फसलों के क्षेत्रफल में गिरावट दर्ज की गई।
कर्नाटक कृषि विभाग के नवीनतम साप्ताहिक आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2024 की तुलना में वर्ष 2025 के दौरान 13 जून तक राज्य में धान का उत्पादन क्षेत्र 43 हजार हेक्टेयर से घटकर 33 हजार हेक्टेयर रह गया मगर ज्वार का रकबा 28 हजार हेक्टेयर से सुधरकर 31 हजार बाजरा का बिजाई क्षेत्र 26 हजार हेक्टेयर से बढ़कर 30 हजार हेक्टेयर तथा मक्का का क्षेत्रफल 5.68 लाख हेक्टेयर से उछलकर 6.37 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया। इसके फलस्वरूप अनाजी फसलों का कुल उत्पादन क्षेत्र गत वर्ष के 6.84 लाख हेक्टेयर से बढ़कर इस बार 7.43 लाख हेक्टेयर हो गया।
लेकिन दलहन फसलों का उत्पादन क्षेत्र गत वर्ष 4.91 लाख हेक्टेयर से 30 हजार हेक्टेयर घटकर इस बार 4.61 लाख हेक्टेयर पर अटक गया।
इसके तहत अरहर (तुवर) का रकबा 1.65 लाख हेक्टेयर से गिरकर 1.12 लाख हेक्टेयर तथा उड़द का बिजाई क्षेत्र 38 हजार हेक्टेयर से फिसलकर 37 हजार हेक्टेयर पर अटक गया जबकि मूंग का क्षेत्रफल 2.47 लाख हेक्टेयर से सुधरकर 2.54 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया।
लेकिन तिलहन फसलों का कुल उत्पादन क्षेत्र पिछले साल के 1.92 लाख हेक्टेयर से 8 हजार हेक्टेयर बढ़कर इस बार 2.00 लाख हेक्टेयर हो गया।
इसके तहत यद्यपि मूंगफली का बिजाई क्षेत्र 57 हजार हेक्टेयर से घटकर 36 हजार हेक्टेयर रह गया मगर तिल का क्षेत्रफल 7 हजार हेक्टेयर से बढ़कर 12 हजार हेक्टेयर, सूरजमुखी का क्षेत्रफल 25 हजार हेक्टेयर से सुधरकर 27 हजार हेक्टेयर तथा सोयाबीन का उत्पादन क्षेत्र 1.01 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 1.24 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया।
लेकिन कपास का उत्पादन क्षेत्र पिछले साल के 1.59 लाख हेक्टेयर से 15 हजार हेक्टेयर घटकर इस बार 1.44 लाख हेक्टेयर रह गया।
कर्नाटक में इस बार खरीफ फसलों के कुल उत्पादन क्षेत्र का लक्ष्य 82.50 लाख हेक्टेयर नियत किया गया है जिसमें से 20.42 लाख हेक्टेयर में बिजाई पहले ही पूरी हो चुकी है।