केंद्रीय भंडार में चावल का स्टॉक दो दशक के उच्चतम स्तर पर

03-Jul-2025 09:58 AM

केंद्रीय भंडार में चावल का स्टॉक दो दशक के उच्चतम स्तर पर
★ केंद्रीय भंडार में चावल का स्टॉक 1 जुलाई 2025 तक 374.8 लाख टन पहुंचा, जो पिछले 20 वर्षों में सबसे अधिक है और निर्धारित बफर स्टॉक (135.4 लाख टन) से तीन गुना अधिक है।
★ वर्तमान में 198.9 लाख टन धान मिलर्स से आना बाकी है।
★ इस वृद्धि का मुख्य कारण मुफ्त राशन योजना (PMGKAY) के तहत अधिक खरीद और ओएमएसएस (OMSS) के तहत कम उठाव है।
★ 2024-25 सीज़न में FCI और राज्य एजेंसियों द्वारा 531.1 लाख टन चावल की खरीद की जा चुकी है, जबकि पिछली बार यह 525.4 लाख टन थी।
★ लगभग 410 लाख टन अनाज हर साल मुफ्त राशन और अन्य योजनाओं के लिए वितरित किया जाता है।
★ अगर स्टॉक नहीं घटा तो भंडारण और सब्सिडी लागत बढ़ने का खतरा है। साथ ही अक्टूबर से शुरू हो रहे 2025-26 धान सीजन से पहले भंडारण संकट भी आ सकता है।
★ सरकार ने FY26 में स्टॉक घटाने के लिए 28 लाख टन चावल डिस्टिलरियों को एथेनॉल उत्पादन के लिए ₹2250/क्विंटल की रियायती दर पर देने का फैसला किया है।
★ FY25 में 46.3 लाख टन चावल सामाजिक योजनाओं (11.2 लाख टन), ओएमएसएस (19.6 लाख टन) और एथेनॉल निर्माण (23 लाख टन) के लिए आवंटित किया गया था, लेकिन OMSS के तहत केवल 1.9 लाख टन चावल ही बेचा जा सका।
★ चावल का लगातार बढ़ रहे उत्पादन, स्टॉक में बढ़ोतरी को देख कीमतों पर गहरा असर पड़ा, आगे चल क्र भी कीमतों पर दवाब बने रहने की उम्मीद।