स्टैट्स कैन के बिजाई आंकड़े के कुछ दिलचस्प पहलू
03-Jul-2025 01:27 PM

ओटावा। कनाडा की सरकारी एजेंसी- स्टैटिस्टिक्स कनाडा (स्टैट्स कैन) ने पिछले साल की तुलना में चालू वर्ष के दौरान ड्यूरम गेहूं मसूर, मटर तथा जई के उत्पादन क्षेत्र में बढ़ोत्तरी होने तथा कैनोला एवं जौ के बिजाई क्षेत्र में गिरावट आने का अनुमान लगाया है।
एजेंसी द्वारा पिछले महीने बिजाई के आंकड़ों के साथ एक रिपोर्ट जारी की गई 15 मई से 12 जून के बीच करीब 25 हजार किसानों से किए गए सर्वे पर आधारित थी।
कुछ फसलों के मामले में कनाडा में बिजाई क्षेत्र तथा उत्पादन और कनाडा से उसके निर्यात की संभावना का वैश्विक बाजार का गहरा असर पड़ता है जिसमें मसूर, मटर तथा कैनोला और कुछ हद तक गेहूं शामिल है। कनाडा इसके शीर्ष उत्पादक एवं निर्यातक देशों में शामिल है।
एजेंसी ने मसूर का बिजाई क्षेत्र गत वर्ष से 4 प्रतिशत अधिक होने का अनुमान लगाया है जो पंचवर्षीय औसत क्षेत्रफल से भी ज्यादा है। यदि मौसम की हालत अनुकूल रही तो इसके उत्पादन में अच्छी वृद्धि हो सकती है और निर्यात उद्देश्य के लिए इसका स्टॉक बढ़ सकता है।
जहां तक कैनोला का सवाल है तो उद्योग- व्यापार क्षेत्र ने इसका उत्पादन क्षेत्र गत वर्ष के बराबर ही रहने का अनुमान लगाया था मगर स्टैट्स कैन के आंकड़ों से पता चलता है कि इसका बिजाई क्षेत्र 2.5 प्रतिशत घट गया।
सबसे ज्यादा 89.2 प्रतिशत की गिरावट मनिटोबा प्रान्त में दर्ज की गई जहां किसानों ने कैनोला के बजाए सोयाबीन की खेती पर विशेष ध्यान देते हुए उसका क्षेत्र 13 प्रतिशत बढ़ा दिया।
मसूर के बिजाई क्षेत्र में कुल मिलाकर बढ़ोत्तरी हुई विभिन्न श्रेणियों के रकबे में कमी-वृद्धि देखी गई। स्टैट्स कैन की रिपोर्ट के अनुसार गत वर्ष के मुकाबले इस बार बड़ी (मोटी) हरी मसूर के बिजाई क्षेत्र में 29 प्रतिशत का जोरदार इजाफा हुआ है और छोटी हरी मसूर तथा अन्य श्रेणियों की मसूर के क्षेत्रफल में भी वृद्धि हुई है लेकिन लाल मसूर के उत्पादन क्षेत्र में 41 प्रतिशत की भारी गिरावट आ गई।
बिजाई क्षेत्र में इस भारी अंतर का प्रमुख कारण यह है कि लाल मसूर की तुलना में हरी मसूर का भाव काफी ऊंचा रहता है। हाल के वर्षों में लाल मसूर का क्षेत्रफल तेजी से बढ़ा है मगर इस बार लाल मसूर एवं मोटी हरी मसूर का रकबा लगभग समान स्तर पर आ गया।
दिलचस्प तथ्य यह है कि पिछले कुछ महीनों से मोटी हरी मसूर की कीमतों में नरमी का रुख बना हुआ है और बिजाई क्षेत्र में वृद्धि की सूचना से बाजार पर दबाव कुछ बढ़ सकता है।
मटर के उत्पादन क्षेत्र में 9.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इसका रकबा सस्कैचवान में 2.2 प्रतिशत तथा अल्बर्टा में 20.5 प्रतिशत बढ़ा है।
पीली मटर के क्षेत्रफल में ज्यादा वृद्धि हुई है। हैरत की बात है कि सस्कैचवान में पीली मटर का रकबा घटा है जबकि हरी मसूर का क्षेत्रफल बढ़ गया है मगर इसकी खेती सीमित क्षेत्रफल में होती है।