नेपाल से 11 महीनों में 63 अरब रुपए मूल्य के खाद्य तेलों का निर्यात

08-Jul-2025 05:19 PM

काठमांडू। हालांकि वर्तमान वित्त वर्ष के शुरूआती 11 महीनों के दौरान नेपाल को खाद्य तेलों के निर्यात से होने वाली आमदनी में उल्लेखनीय बढ़ोत्तरी हुई मगर निर्यातकों को ज्यादा लाभ हासिल नहीं हो सका

क्योंकि जितने मूल्य के रिफाइंड खाद्य तेल का वहां से निर्यात हुआ लगभग उतने ही मूल्य के वहां विदेशों से क्रूड खाद्य तेलों का आयात भी किया गया और इसकी प्रोसेसिंग एवं रिफाइनिंग भी की गई। 

वीरगंज कस्टम कार्यालय के आंकड़ों से पता चलता है कि नेपाल में वर्तमान वित्त वर्ष के आरंभिक 11 महीनों में यानी मध्य जुलाई 2024 से मध्य जून 2025 के दौरान विदेशों से 52.58 अरब रुपए मूल्य के  क्रूड सोयाबीन तेल का आयात किया गया जबकि इसी अवधि में वहां से 55.03 अरब रुपए (नेपाली मुद्रा) मूल्य के रिफाइंड सोया तेल का निर्यात हुआ।

उल्लेखनीय है कि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में वहां केवल 7.37 अरब रुपए मूल्य के क्रूड सोया तेल का आयात हुआ था जबकि चालू वित्त वर्ष के दौरान इसमें जबरदस्त इजाफा हो गया क्योंकि भारत का विशाल बजार नेपाली निर्यातकों के लिए उपलब्ध था।

जहां तक सूरजमुखी तेल का सवाल है तो यद्यपि समीक्षाधीन अवधि के दौरान रिफाइंड तेल के निर्यात से आमदनी में जबरदस्त बढ़ोत्तरी हुई लेकिन कुल मिलाकर देश को इसके कारोबार में घाटा हुआ क्योंकि क्रूड सूरजमुखी तेल का आयात ज्यादा बढ़ गया।

समीक्षाधीन अवधि के दौरान नेपाल में क्रूड सूरजमुखी तेल का आयात खर्च उछलकर 9.75 अरब रुपए पर पहुंच गया जबकि रिफाइंड सूरजमुखी तेल से निर्यात से उसे 8.40 अरब रुपए की आमदनी हुई। पिछले साल की तुलना में चालू वित्त वर्ष के दौरान निर्यात आय में अच्छी बढ़ोत्तरी तो हुई मगर आयात उससे ज्यादा हो गया। 

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार नेपाल को सीमा मार्ग से खाद्य तेलों के कारोबार में उच्चतम वास्तविक लाभ हासिल करने में सफलता नहीं मिल सकी क्योंकि

वहां तिलहनों का नगण्य उत्पादन होता है और क्रूड खाद्य तेलों के आयात एवं प्रसंस्करण पर ज्यादा धनराशि खर्च करनी पड़ती है। भारत में नेपाल से खाद्य तेलों का शुल्क मुक्त आयात होता है।