अर्जेन्टीना में मई के दौरान सूरजमुखी की भारी क्रशिंग

01-Jul-2025 01:16 PM

ब्यूनस आयर्स। जनवरी से अप्रैल 2025 के चार महीनों में आपूर्ति का लीन या ऑफ सीजन होने तथा तेल का भाव नरम रहने से लैटिन अमरीकी देश- अर्जेन्टीना में सूरजमुखी बीज की क्रशिंग अत्यन्त धीमी रफ्तार में हुई इसकी कुल मात्रा महज 66 हजार टन तक पहुंच सकी।

लेकिन मई में क्रशिंग की मात्रा उछलकर पिछले अनेक वर्षों के उच्च स्तर पर पहुंच गई। उद्योग समीक्षकों के अनुसार मई 2025 के दौरान अर्जेन्टीना में कुल 4.66 लाख टन सूरजमुखी की क्रशिंग हुई और इसके साथ ही जनवरी-मई 2025 के पांच महीनों में क्रशिंग की कुल मात्रा बढ़कर 5.32 लाख टन पर पहुंच गई जो वर्ष 2024 इन्हीं महीनों की कुल क्रशिंग 2.23 लाख टन के मुकाबले दोगुने से भी ज्यादा रही। 

दक्षिण अमरीका महाद्वीप में अवस्थित अर्जेन्टीना सोयाबीन के साथ-साथ सूरजमुखी का भी एक महत्वपूर्ण उत्पादक देश है। वहां से भारत सहित दुनिया के अनेक देशों को बड़े पैमाने पर सूरजमुखी तेल का निर्यात किया जाता है।

भारत में सूरजमुखी तेल का आयात मूल्य एक समय बढ़कर 1200 डॉलर प्रति टन से ऊपर पहुंच गया था मगर पाम तेल बाजार में नरमी आने के बाद इसका आयात खर्च भारतीय बंदरगाहों पर कुछ गिरकर 1195-1200 डॉलर प्रति टन पर आ गया।

उल्लेखनीय है कि भारत में क्रूड सूरजमुखी तेल पर फिलहाल 16.5 प्रतिशत का आयात शुल्क लगा हुआ है जबकि 30 मई से पूर्व यह 27.5 प्रतिशत था।

हालांकि भारत में सूरजमुखी तेल का अधिकांश आयात रूस से किया जा रहा है लेकिन यूक्रेन, रोमानिया एवं अर्जेन्टीना से भी इसे बड़े पैमाने पर मंगाया जाता है।

भारत में सूरजमुखी तेल का उत्पादन घरेलू मांग एवं खपत की तुलना में नगण्य होता है इसलिए विदेशों से विशाल मात्रा में इसके आयात की आवश्यकता पड़ती है। भारत इसका प्रमुख उत्पादक देश बना हुआ है।