कर्नाटक वर्षा स्थिति: खरीफ फसलों के लिए मिश्रित संकेत अवधि: 1 जून – 30 जून 2025

01-Jul-2025 05:03 PM

कर्नाटक वर्षा स्थिति: खरीफ फसलों के लिए मिश्रित संकेत अवधि: 1 जून – 30 जून 2025
स्रोत: भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD)
★ कर्नाटक में खरीफ बुवाई के लिहाज से जून माह की वर्षा की स्थिति विभिन्न जिलों में अलग-अलग रही:
अधिक वर्षा (60%+ बढ़ोतरी):
★ उत्तर-पश्चिम कर्नाटक जैसे उत्तर कन्नड़, चिक्कमगलुरु, दक्षिण कन्नड़, बेलगावी आदि जिलों में भारी वर्षा हुई है। यह धान, मक्का और मूंगफली जैसी फसलों की बुवाई के लिए अनुकूल है।
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सामान्य से अधिक वर्षा (20–59% अधिक):
★ उडुपी, दक्षिण कन्नड़, कोडागु जैसे जिलों में अच्छी वर्षा दर्ज की गई, जिससे समय पर और बेहतर बुवाई की संभावना है।
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सामान्य वर्षा (-19% से +19%):
★ बागलकोट, धारवाड़, गडग, कोप्पल, यादगिर, रायचूर जैसे जिलों में वर्षा सामान्य रही, जिससे बुवाई पर असर नहीं पड़ा है। इस इलाके में मुख्यतः तुवर और मक्का की खेती होती है। 
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कम वर्षा (-59% से -20%):
★ हावेरी, चित्रदुर्ग, तुमकुर, बेंगलुरु ग्रामीण और बेंगलुरु शहरी जिलों में वर्षा सामान्य से कम रही है। इससे ज्वार, बाजरा और दालों की बुवाई थोड़ी धीमी हो सकती है।
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अत्यधिक कमी (-99% से -60%):
★ रामनगर, चिक्कबल्लापुर और कोलार जिलों में अत्यधिक वर्षा की कमी देखी गई है, जिससे बुवाई में काफी देरी या कमी हो सकती है।
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★ कर्नाटक के कुछ हिस्सों में खरीफ बुवाई बेहतर गति से चल रही है, जबकि दक्षिण-पूर्वी जिलों में कम वर्षा के कारण बुवाई प्रभावित हो सकती है।
★ यदि जुलाई में वर्षा सुधरती है, तो कुल बुवाई क्षेत्र सामान्य रह सकता है।