जुलाई में सामान्य से अधिक बारिश होने का आईएमडी का अनुमान
01-Jul-2025 05:12 PM

नई दिल्ली। जुलाई माह की दो विशेषता होती है- एक तो यह सर्वाधिक वर्षा वाला महीना माना जाता है और दूसरे, इस माह में खरीफ फसलों की सबसे ज्यादा बिजाई होती है।
इस बार दक्षिण-पश्चिम मानसून करीब एक सप्ताह पहले आ गया जिससे भारतीय किसानों को खरीफ फसलों की बिजाई जल्दी आरंभ करने का अवसर मिल गया। राष्ट्रीय स्तर पर इसके क्षेत्रफल में अच्छी बढ़ोत्तरी देखी जा रही है।
छत्तीसगढ़ के कुछ भागों एवं उड़ीसा को छोड़कर लगभग समूचे देश में मानसून नियत समय से पहले पहुंच गया और कुल मिलाकर बारिश भी अच्छी हुई।
किसानों की आगे की आशंका को दूर करते हुए भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने जुलाई में भी अच्छी वर्षा होने का अनुमान व्यक्त किया है।
आईएमडी के महानिदेशक ने कहा है कि जुलाई 2025 के दौरान केवल तमिलनाडु, केरल, बिहार, झारखंड के उत्तरी जिलों तथा जम्मू कश्मीर के कुछ इलाकों में सामान्य औसत से थोड़ी कम बारिश हो सकती है
जबकि देश के शेष भागों में सामान्य या उससे अधिक वर्षा होने की उम्मीद है जिसमें पंजाब हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक एवं महाराष्ट्र जैसे प्रमुख कृषि उत्पादक राज्य भी शामिल है।
जुलाई में सामान्य से अधिक बारिश होने पर खरीफ फसलों की बिजाई की गति तेज रहेगी और किसानों को धान सहित अन्य फसलों की खेती में कोई समस्या नहीं होगी।
27 जून तक खरीफ फसलों का रकबा 258 लाख हेक्टेयर को पार कर गया जो पंचवर्षीय औसत क्षेत्रफल का करीब 20 प्रतिशत है। जुलाई एवं अगस्त में इसका बिजाई क्षेत्र सामान्य औसत क्षेत्रफल के काफी करीब पहुंच जाएगा और शेष खेती मध्य सितम्बर तक हो जाने की उम्मीद है।
कुछ इलाकों में मानसून कमजोर पड़ गया है और वहां वर्षा का अभाव महसूस हो रहा है लेकिन जुलाई की वर्षा इस कमी को पूरा कर सकती है। समंदर में मानसून के लिए अनुकूल परिस्थितियां उत्पन्न हो रही है।
यूरोपीय मौसम पूर्वानुमान केन्द्र ने जुलाई के शुरूआती दो सप्ताहों के दौरान भारत के विभिन्न भागों में जोरदार वर्षा होने का अनुमान व्यक्त किया है। इससे कुछ इलाकों में भयंकर बाढ़ आ सकती है और खेत जलमग्न हो सकते हैं। लेकिन अधिकांश क्षेत्रों में सामान्य बारिश होगी।