चीन और पाकिस्तान के बंदरगाहों पर खाद्य तेलों के स्टॉक में सीमित बदलाव
23-Jul-2025 07:53 PM

शंघाई। भारत की भांति चीन तथा पाकिस्तान भी खाद्य तेलों का महत्वपूर्ण आयातक देश है। इन दोनों देशों में इंडोनेशिया एवं मलेशिया से पाम तेल तथा अन्य देशों से सोयाबीन तेल तथा रेपसीड तेल का आयात अच्छी मात्रा में किया जाता है।
जनवरी-अप्रैल 2025 के दौरान जब भारत में पाम तेल के आयात में भारी गिरावट आ गई थी तब इन दोनों देशों ने मलेशिया एवं इंडोनेशिया के निर्यातकों को सहारा दिया था।
प्राप्त आंकड़ों के अनुसार पाकिस्तान के बंदरगाहों पर 14 जुलाई 2025 को 3.66 लाख टन खाद्य तेलों का स्टॉक मौजूद था जो 21 जुलाई को 12 हजार टन घटकर 3.54 लाख टन रह गया। इसके तहत आरबीडी पामोलीन का स्टॉक 1.72 लाख टन से घटकर 1.67 लाख टन, रिफाइंड पाम तेल का स्टॉक 1.31 लाख टन से फिसलकर 1.30 लाख टन तथा क्रूड डीगम सोयाबीन तेल का स्टॉक 63 हजार टन से गिरकर 57 हजार टन पर अटक गया।
21 जुलाई 2025 की स्थिति के अनुसार गत सप्ताह 7.05 लाख टन खाद्य तेल की डिलीवरी दी गई जबकि चालू सप्ताह के दौरान वहां 1,10,900 टन खाद्य तेल से लदे जहाजों के पहुंचने की संभावना है जबकि पूर्ववर्ती सप्ताह में 70,500 टन से लदे जहाजों की आवक हुई थी।
जहां तक चीन का सवाल है तो वर्ष 11 जुलाई को 8,13,160 टन खाद्य तेल का स्टॉक मौजूद था जो 18 जुलाई को 32,730 टन बढ़कर 8,45,890 टन पर पहुंच गया। इसमें साबुत सोयाबीन तथा सोया डीओसी का स्टॉक भी शामिल था।
प्राप्त आंकड़ों के अनुसार 11 जुलाई की तुलना में 18 जुलाई को चीन के बंदरगाहों पर पाम तेल का स्टॉक 49,500 टन से बढ़कर 53,600 टन, सोयाबीन तेल का स्टॉक 91,800 टन से सुधरकर 96,400 टन पर पहुंच गया मगर रेपसीड तेल का स्टॉक 70,600 टन से फिसलकर 69,500 टन पर अटक गया।
इसके अलावा चाइनीज बंदरगाहों पर साबुत सोयाबीन का स्टॉक इसी अवधि में 5.22 लाख टन से 15 हजार टन बढ़कर 5.37 लाख टन तथा सोयाबीन डीओसी का स्टॉक 79,300 टन से 10,100 सुधरकर 89,400 टन पर पहुंच गया। चीन सोयाबीन का सबसे बड़ा आयातक देश है।