केन्द्रीय पूल में खाद्यान्न का स्टॉक गत वर्ष से काफी अधिक
23-Jul-2025 05:18 PM

नई दिल्ली। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) द्वारा संचालित केन्द्रीय पूल में 1 जुलाई 2025 को कुल 736.61 लाख टन खाद्यान्न का स्टॉक मौजूद था जिसमें 377.83 लाख टन चावल तथा 358.78 लाख टन गेहूं का स्टॉक शामिल था। इसके मुकाबले 1 जुलाई 2024 को केन्द्रीय पूल में 326.14 लाख टन चावल तथा 282.61 लाख टन गेहूं के साथ कुल 608.75 लाख टन खाद्यान्न का स्टॉक मौजूद था।
इस तरह 1 जुलाई 2024 की तुलना में 1 जुलाई 2025 को 127.86 लाख लाख टन अधिक खाद्यान्न का स्टॉक उपलब्ध था। इसके तहत चावल का स्टॉक 51.69 लाख टन तथा गेहूं का स्टॉक 76.17 लाख टन ज्यादा रहा। लेकिन जून 2025 के मुकाबले जुलाई 2025 में खाद्यान्न का स्टॉक कुछ घट गया।
केन्द्रीय पूल में धान का स्टॉक 1 जुलाई 2024 के 237.09 लाख टन की तुलना में 1 जुलाई 2025 को बढ़कर 266.75 लाख टन पर पहुंचा लेकिन मोटे अनाजों का स्टॉक 631 लाख टन से घटकर 5.15 लाख टन रह गया। जून 2025 में केन्द्रीय पूल में 322.55 लाख टन धान एवं 4.55 लाख टन मोटे अनाजों का स्टॉक उपलब्ध था।
बफर नियमों के अनुसार 1 जुलाई को केन्द्रीय पूल में कम से कम 135.40 लाख टन चावल तथा 275.80 लाख टन गेहूं का स्टॉक अवश्य उपलब्ध होना चाहिए। इसके सापेक्ष इस बार 1 जुलाई 2025 को 242.43 लाख टन अधिक चावल तथा 82.98 लाख टन ज्यादा गेहूं का स्टॉक वहां मौजूद था।
इन आंकड़ों से स्पष्ट पता चलता है कि केन्द्रीय पूल में बफर नियमों के अंतर्गत निर्धारित न्यूनतम मात्रा के मुकाबले चावल तथा गेहूं का बहुत अधिक स्टॉक मौजूद है और इसलिए राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा की स्थिति मजबूत बनी हुई है।
2024-25 के मार्केटिंग सीजन के दौरान भारतीय खाद्य निगम को चावल तथा गेहूं की खरीद में अच्छी सफलता हासिल हुई। चावल की खरीद तो पहले से ही अच्छी हो रही थी मगर गेहूं की खरीद का प्रदर्शन कमजोर था। वर्ष 2022 में 188 लाख टन, 2023 में 262 लाख टन एवं 2024 में 266 लाख टन गेहूं की सरकारी खरीद हुई थी मगर 2025 में यह बढ़कर 301 लाख टन पहुंच गई।