क्या कलौंजी 2014 का स्तर छूएगी ?

04-Apr-2025 06:55 PM

नई दिल्ली। वर्तमान में कलौंजी के भाव तेजी के साथ बोले जा रहे हैं। हालांकि उत्पादक केन्द्रों की मंडियों पर नए मालों की आवक शुरू हो चुकी है। कलौंजी का मुख्यत उत्पादन गुजरात, मध्य प्रदेश एवं राजस्थान में होता है। चालू सीजन के दौरान गुजरात में कलौंजी की पैदावार गत वर्ष की तुलना में अधिक रहेगी लेकिन राजस्थान एवं मध्य प्रदेश में उत्पादन कम रहने के समाचार है।

उत्पादन अनुमान 

गोंडल के प्रसिद्ध एवं विश्वसनीय प्रतिष्ठान मै० श्री जी ग्लोबल एफएमसीजी लि० के श्री संजय रूपालिया का कहना है कि चालू सीजन के दौरान गुजरात में कलौंजी की पैदावार गत वर्ष की तुलना में दोगुणा  होने के समाचार है लेकिन मध्य प्रदेश एवं राजस्थान में उत्पादन कम रहने के अनुमान लगाए जा रहे हैं। संजय जी का मानना है कि इस बार गुजरात में कलौंजी का उत्पादन 1.25 लाख बोरी के अलावा मध्य प्रदेश एवं राजस्थान में उत्पादन 1 लाख बोरी के आसपास रहने के समाचार मिल रहे हैं। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2024 के दौरान देश में कलौंजी का उत्पादन 2.25/2.50 लाख बोरी का रहा था जबकि वर्ष 2023 में उत्पादन 3.50/4 लाख बोरी का हुआ था।

आवक 

वर्तमान में गुजरात की गोंडल, राजकोट मंडी में कलौंजी की रिकॉर्ड आवक हो रही है लेकिन इसके बावजूद भी आज कीमतों में 1.50/2 रुपए प्रति 20 किलो की तेजी दर्ज की गई है। मिली जानकारी के अनुसार राजकोट में कलौंजी की आवक 3000 बोरी की रही जबकि गोंडल में आवक 2500 बोरी की सुनी गई है। आवक अधिक होने के कारण मंडियों में पेंडिंग माल भी रहता है। गोंडल एवं राजकोट मंडी में आज कलौंजी के भाव 8/10 रुपए प्रति किलो तेजी के साथ 160/185 रुपए पर बोले गए हैं। मध्य प्रदेश की नीमच मंडी में अब कलौंजी के भाव 7/8 रुपए प्रति किलो तेजी के साथ 165/192 रुपए के बोले गए। 

मंदा- तेजी

जानकार सूत्रों का मानना है कि आगामी दिनों में आवक का दबाव बनने पर कलौंजी की वर्तमान कीमतों में 5/8 रुपए की गिरावट आ सकती है। इससे अधिक मंदा संभव नहीं है। क्योंकि आगामी दिनों में अचार डालने वालों की लिवाली भी बाजार में बढ़ जाएगी। साथ ही मई माह के दौरान मंडियों में आवक भी घटनी शुरू हो जाएगी। हालांकि बाजार सूत्रों का मानना है कि चालू सीजन के दौरान कलौंजी के भाव वर्ष 2014 का स्तर छू सकते हैं। वर्ष 2014 में कलौंजी का रिकॉर्ड भाव 290/300 रुपए बन गया था। आई ग्रेन इंडिया का मानना है कि कलौंजी की वर्तमान कीमतों में 40/50 रुपए प्रति किलो की तेजी तो निश्चित है। क्योंकि खपत की तुलना में कुल उपलब्धता कम रहेगी। चालू सीजन की लगभग 2/2.50 लाख बोरी के उत्पादन के अलावा 25/30 हजार बोरी का बकाया स्टॉक को मिलाकर कुल उपलब्धता 2.50/2.75 लाख बोरी की रही थी। जबकि निर्यात एवं लोकल सालाना खपत के लिए लगभग 3.50/3.75 लाख बोरी की आवश्यकता होती है। जिस कारण से कलौंजी का भविष्य अच्छा रहेगा।