खरीफ फसलों का उत्पादन क्षेत्र 11.5 प्रतिशत बढ़कर 258.57 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा

01-Jul-2025 02:00 PM

नई दिल्ली। केन्द्रीय कृषि मंत्रालय की नवीनतम साप्ताहिक रिपोर्ट में दर्ज आंकड़ों से पता चलता है कि चालू वर्ष के दौरान 27 जून तक राष्ट्रीय स्तर पर खरीफ फसलों का कुल उत्पादन क्षेत्र बढ़कर 258.57 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया जो पिछले साल की समान अवधि के बिजाई क्षेत्र 231.84 लाख हेक्टेयर से 11.5 प्रतिशत अधिक है।

20 जून वाले सप्ताह तक मूंगफली एवं सोयाबीन का रकबा गत वर्ष से पीछे चल रहा था मगर 27 जून वाले सप्ताह के दौरान गुजरात, मध्य प्रदेश एवं महाराष्ट्र जैसे शीर्ष उत्पादक प्रांतों में जोरदार बिजाई होने से क्षेत्रफल अब पिछले साल से आगे निकल गया है। 

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार पिछले साल के मुकाबले वर्तमान खरीफ सीजन के दौरान धान का उत्पादन क्षेत्र 23.78 लाख हेक्टेयर से 47.3 प्रतिशत उछलकर 35.02 लाख हेक्टेयर,

दलहन फसलों का बिजाई क्षेत्र 14.40 लाख हेक्टेयर से 34 प्रतिशत उछलकर 19.28 लाख हेक्टेयर तथा तिलहनों का क्षेत्रफल 39.92 लाख हेक्टेयर से 18.8 प्रतिशत बढ़कर 47.83 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया। 

दलहनों के संवर्ग में उड़द का उत्पादन क्षेत्र 1.42 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 2.35 लाख हेक्टेयर तथा मूंग का  बिजाई क्षेत्र 4.30 लाख हेक्टेयर से उछलकर 8.58 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया लेकिन अरहर (तुवर) का क्षेत्रफल 8.67 लाख हेक्टेयर से 3.7 प्रतिशत गिरकर 8.35 लाख हेक्टेयर पर अटक गया। 

मोटे अनाजों का रकबा गत वर्ष के 33.28 लाख हेक्टेयर से 23.6 प्रतिशत बढ़कर इस बार 41.14 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा। इसके तहत मक्का का बिजाई क्षेत्र 21.35 लाख हेक्टेयर से 11 प्रतिशत सुधरकर 23.69 लाख हेक्टेयर हो गया।

इसी तरह ज्वार का क्षेत्रफल 1.53 लाख हेक्टेयर से 76 प्रतिशत बढ़कर 2.70 लाख हेक्टेयर तथा बाजार का बिजाई क्षेत्र 10.40 लाख हेक्टेयर से 42 प्रतिशत बढ़कर 14.76 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया। 

पिछले सप्ताह तक तिलहनों का कम रकबा चिंता का विषय बना हुआ था मगर अब हालत बेहतर हो गई है। सोयाबीन का उत्पादन क्षेत्र 31.78 लाख हेक्टेयर से सुधरकर 32.04 लाख हेक्टेयर और मूंगफली का क्षेत्रफल 8.14 लाख हेक्टेयर से उछलकर 15.79 लाख हेक्टेयर हो गया है। लेकिन कपास का रकबा पिछले साल के 59.97 लाख हेक्टेयर से करीब 9 प्रतिशत गिरकर इस बार 54.66 लाख हेक्टेयर पर सिमट गया।