शुल्क कटौती के बाद भारत में सीपीओ का आयात तेजी से बढ़ने के आसार

11-Jun-2025 08:06 PM

सिंगापुर। हाल ही में भारत सरकार द्वारा क्रूड पाम तेल सीपीओ, क्रूड डिगम्ड सोयाबीन तेल तथा क्रूड सूरजमुखी तेल पर मौलिक आयात शुल्क को 20 प्रतिशत से आधा घटाकर 10 प्रतिशत नियत किए जाने से भारतीय रिफाइनर्स को सीपीओ का आयात बढ़ाने का अच्छा प्रोत्साहन मिलेगा

क्योंकि एक तो पिछले चार-पांच महीनों से आयात घटने के कारण देश में इसका स्टॉक गिरकर काफी नीचे आ गया और दूसरे, सोयाबीन तेल एवं सूरजमुखी तेल की तुलना में क्रूड पाम तेल का दाम भी अब आकर्षक स्तर पर आ गया है। मई में भारत में पाम तेल का अच्छा आयात हुआ जिससे मलेशिया और इंडोनेशिया  के उत्पादकों- निर्यातकों को थोड़ी राहत मिली। 

व्यापार विश्लेषकों के अनुसार पहले क्रूड पाम तेल (सीपीओ) का भाव सोयाबीन तेल से ऊपर चल रहा था इसलिए भारत और चीन के आयातक इसकी खरीद में कम दिलचस्पी दिखा रहे थे मगर अब सीपीओ का दाम घटकर सोया तेल से नीचे आ गया है।

इससे पाम तेल की वैश्विक प्रतिस्पर्धी क्षमता बढ़ जाएगी। भारत के आयातक जून से अगस्त की तिमाही में मलेशिया से क्रूड पाम तेल की अच्छी मात्रा का आयात कर सकते हैं। वर्तमान समय में पाम तेल का निर्यात ऑफर मूल्य सोयाबीन तेल के मुकाबले करीब 128 डॉलर प्रति टन नीचे चल रहा है। 

भारत में क्रूड खाद्य तेलों पर कुल प्रभावी सीमा शुल्क 27.5 प्रतिशत से घटकर 16.5 प्रतिशत रह गया है। दूसरी ओर रिफाइंड खाद्य तेल (मुख्यतः आरबीडी पामोलीन) पर यह 35.75 प्रतिशत के पूर्व स्तर पर ही बरकरार है क्योंकि इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है। 

उधर इंडोनेशिया सरकार ने क्रूड पाम तेल पर निर्यात लेवी को बढ़ाकर 10 प्रतिशत निर्धारित किया है जो 17 मई से ही प्रभावी हो चुका है। इसका उद्देश्य बायोडीजल कार्यक्रम तथा सब्सिडी युक्त रिप्लांटिन  के लिए धन जुटाना है।

इसके फलस्वरूप इंडोनेशिया से सीपीओ के निर्यात पर प्रतिकूल असर पड़ने की आशंका है जबकि रिफाइंड पाम तेल / पामोलीन का निर्यात बढ़ सकता है। मलेशिया को इससे अपने सीपीओ का निर्यात बढ़ाने का अच्छा अवसर मिल सकता है।