केन्द्रीय पूल में 1 जुलाई को करीब 740 लाख टन खाद्यान्न का स्टॉक मौजूद

03-Jul-2025 12:15 PM

नई दिल्ली। चावल और गेहूं की अच्छी खरीद होने से केन्द्रीय पूल में खाद्यान्न का स्टॉक बढ़कर 1 जुलाई 2025 को 739.80 लाख टन पर पहुंच गया जो 1 जून 2025 को उपलब्ध स्टॉक 749.18 लाख टन से 9.38 लाख टन कम मगर 1 जुलाई 2024 को मौजूद स्टॉक 608.75 लाख टन से 131.05 लाख टन ज्यादा है। इससे पूर्व 1 जुलाई 2023 को केन्द्रीय पूल में 554.94 लाख टन खाद्यान्न का स्टॉक दर्ज किया गया था। 

जून की तुलना में जुलाई के आरंभ में चावल का स्टॉक 379.90 लाख टन से 5.10 लाख टन घटकर 374.80 लाख टन तथा गेहूं का स्टॉक 369.28 लाख टन से 4.28 लाख टन गिरकर 365 लाख टन रह गया।

लेकिन जुलाई 2024 के मुकाबले जुलाई 2025 में चावल का स्टॉक 326.14 लाख टन से 48.66 लाख टन तथा गेहूं स्टॉक 282.61 लाख टन से 82.39 लाख टन अधिक रहा। 

लेकिन धान के स्टॉक में कमी आ गई और यह 1 जुलाई 2024 के 237.09 लाख टन तथा जून 2025 के 322.55 लाख टन से घटकर 1 जुलाई 2025 को 198.90 लाख टन रह गया। 

उल्लेखनीय है कि गेहूं की सरकारी खरीद 30 जून से बंद हो चुकी है लेकिन रबी कालीन एवं ग्रीष्मकालीन धान की खरीद कहीं-कहीं जारी है।

इस बार गेहूं की खरीद 300 लाख टन से ऊपर पहुंच गई जबकि चावल की खरीद भी गत वर्ष से 1 प्रतिशत ज्यादा हुई है। अब अक्टूबर 2025 से धान की सरकारी खरीद पुनः शुरू होगी जबकि गेहूं की खरीद अगले साल मार्च-अप्रैल में आरंभ होगी।  

घरेलू प्रभाग में तमाम जरूरतों को पूरा करने के लिए सरकार के पास खाद्यान्न का पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध है और राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा के लिए कोई खतरा नहीं है।

घरेलू बाजार में चावल एवं गेहूं की आपूर्ति एवं उपलब्धता की स्थिति सुगम बनी हुई है जबकि सरकार अगले महीने से खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत गेहूं की बिक्री शुरू करने का प्लान बना रही है।

चावल का अत्यन्त विशाल स्टॉक मौजूद होने से अगले खरीफ मार्केटिंग सीजन (2025-26) के दौरान इसके सुरक्षित भंडारण की समस्या पैदा हो सकती है।