केन्द्रीय पूल में खाद्यान्न का स्टॉक 18 प्रतिशत बढ़कर 838 लाख टन के करीब पहुंचा
12-Feb-2025 11:41 AM

नई दिल्ली । धान-चावल के विशाल भंडार के सहारे केन्द्रीय पूल में खाद्यान्न का सकल स्टॉक बढ़कर 1 फरवरी 2025 को 837.80 लाख टन के उच्च स्तर पर पहुंच गया जो पिछले साल की इसी तिथि को उपलब्ध स्टॉक 709.20 लाख टन से 128.60 लाख टन या करीब 18 प्रतिशत अधिक है।
इसमें मिलिंग चावल, गेहूं, चावल के समतुल्य धान तथा मोटे अनाजों का स्टॉक शामिल है। विशाल स्टॉक से सरकार को घरेलू प्रभाग में खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने तथा आकस्मिक संकट की चुनौती का सामना करने में सहायता मिलेगी।
नवीनतम आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार 1 फरवरी 2025 को केन्द्रीय पूल में गेहूं का स्टॉक 161.70 लाख टन था जो गत वर्ष की इसी अवधि के स्टॉक 132.70 लाख टन से करीब 22 प्रतिशत अधिक है।
अगले महीने से कुछ राज्यों में इसकी सरकारी खरीद का प्रयास शुरू हो जाएगा। इसी तरह चावल का स्टॉक गत वर्ष के 576.60 लाख टन से 17 प्रतिशत बढ़कर इस बार 676 लाख टन पर पहुंच गया।
इसमें 501.50 लाख टन धान का वह स्टॉक है जिसकी मिलिंग होने वाली है और उससे निर्मित चावल का स्टॉक भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) को प्राप्त होने वाला है।
खरीफ कालीन धान की सरकारी खरीद लगभग बंद हो चुकी है जबकि रबी कालीन धान की खरीद 1 अप्रैल 2025 से आरंभ होने वाली है। उसी समय गेहूं की खरीद का औपचारिक सीजन भी शुरू होता है।
इसके फलस्वरूप स्टॉक में बढ़ोत्तरी हो सकती है। इस बीच राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून, खुले बाजार बिक्री योजना तथा भारत ब्रांड नाम के तहत आटा की बिक्री के लिए गेहूं का आवंटन जारी है।